
ब्यूरो रिपोर्ट (समाचार भारती)
अयोध्या. रामनवमी के पावन अवसर पर रामलला का सूर्य तिलक 4 मिनट तक होगा। देशभर के वैज्ञानिक इस आयोजन की तैयारी में जुटे हुए हैं। राम मंदिर में उपकरण लगाए जा रहे हैं और जल्द ही इसका ट्रायल भी किया जाएगा। इस आयोजन के लिए ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके तहत मंदिर में उपकरण लगाए जा रहे हैं, ताकि सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर 4 मिनट तक केंद्रित रह सकें।
सूर्य अभिषेक 75 मिमी गोलाकार आकार का होगा। दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर पड़ेंगी और 4 मिनट तक उनके मुख मंडल को प्रकाशित करेंगी। इस कार्य के लिए रुड़की सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम लगाई गई है। मंदिर के भूतल पर 2 मिरर और एक लेंस पहले ही लगाए जा चुके हैं। सूर्य की रोशनी तीसरे तल पर लगे दर्पण पर गिरेगी। 3 लेंस 2 दर्पणों से होते हुए भूतल पर आखिरी दर्पण पर पड़ेंगे। इससे परावर्तित होने वाली किरणों से रामलला के मस्तक पर तिलक बनेगा।
यह एक अद्भुत और भव्य आयोजन होगा, जो रामनवमी के पर्व को और भी विशेष बना देगा।
यह भी ध्यान रखें:
- रामनवमी 17 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी।
- राम मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है।
- सभी भक्तों से अनुरोध है कि वे धैर्य रखें और शांति व्यवस्था बनाए रखें।
यह उम्मीद है कि रामनवमी का यह पर्व पूरे देश में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाएगा।